अगस्त 25, 2013 | टिप्पणी

“Dadiji के स्मरण दिवस अब बंद है (25अगस्त). छह साल बीत चुके हैं. Dadiji इतना सेवा किया था और एक व्यावहारिक तरीके से उसे स्मारक छोड़ा. हम हमारे सामने ऐसे उदाहरण है. Dadiji उत्साह जताया, वह जहाँ भी गए. Dadiji ऐसे जोश और उत्साह के साथ वर्ल्ड सर्विस में उसे पूरा किया जा रहा लगे. उसका दिल साफ और स्पष्ट था. ब्रह्मा बाबा का दिन, Dadiji योग का संचालन होगा, Drishti देना और हर किसी को खो दिया है और इस में लीन हो जाएगा.”


में दायर: संयुक्त राष्ट्र में बी.के.

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